बिजनेस भास्कर (BusinessBhaskar.com)
July 24: विश्वास मत की लड़ाई में अपनी रणनीति के विफल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी और तेलुगू देशम ने पालाबदल करने वाले या सदन से गैरहाजिर रहे अपने सांसदों को आज पार्टी से निकाल दिया। इनकी सदस्यता खत्म करने के लिए भाजपा ने बाकायदा लोकसभा महासचिव के समक्ष बुधवार को अपने आठ सांसदों के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया। दल-बदल विरोधी विधेयक के प्रावधानों के मुताबिक पार्टी-ह्विप का उल्लंघन करने वाले सांसदों की सदस्यता विधायी-प्रक्रिया के तहत खत्म की जा सकती है। समझा जाता है कि इस प्रक्रिया के पूरे होने में दो-तीन माह लग सकते हैं। मौजूदा लोकसभा के कार्यकाल के अब कुछ ही माह बचे हैं। पार्टी के चार सांसदों ने मंगलवार को यूपीए सरकार के पक्ष में मतदान किया जबकि चार सांसद एक योजना के तहत सदन से गैरहाजिर रहे। ...
...लोकसभा में पार्टी के सचेतक संतोष गंगवार और वरिष्ठ नेता सतपाल जैन ने लोकसभा के महासचिव के समक्ष इन सदस्यों की सदस्यता खत्म करने की प्रक्रिया शुरू करने की आज यहां औपचारिक अपील दर्ज कराई। कटारा और पटेल के अलावा जिन सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है, उनके नाम हैं-ब्रजभूषण ंिसह (बलरामपुर), मंजूनाथ (धारवाड), चंद्रभानू ंिसह (दामोह), एच.टी. संगलियाना (बेंगलूर उत्तरी), मनोरमा (उडूपी), हरी भाई राठौर (यवतमाल)। ...
...भाजपा ने सरकार के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन चलाने का भी फैसला किया है। विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने यहां पत्रकारों से कहा कि सरकार ने विश्वासमत तो जीता लेकिन उस पर हमेशा के लिए दाग लग गया।
रिश्वत और प्रलोभन के बल पर बहुमत जुटाया गया। ...