दैनिक ट्रिब्यून
आदित्य शर्मा/नगर संवाददाता: चंडीगढ़, 5 दिसंबर। 2-जी स्पैक्ट्रम घोटाले से देश की अर्थव्यवस्था को गहरा नुक्सान पहुंचा है। इस घपले के सामने आते ही आम आदमी की जेब से गए एक लाख 76 हजार करोड़ रुपयों की वसूली पर अब कांग्रेस सरकार से जवाब देते नहीं बन रहा है। चंडीगढ़ प्रैस क्लब में अयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में भारतीय जनता पार्टी के कानून प्रकोष्ठ के राष्टï्रीय अध्यक्ष सत्यपाल जैन ने उक्त विचार व्यक्त किए।
सत्यपाल जैन सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री हरमोहन धवन ने भी पत्रकार सम्मेलन को संबोधित किया।
जैन ने केन्द्रीय मंत्री पवन बंसल द्वारा कल चंडीगढ़ में दिये गये उस बयान, कि भारत सरकार जेपीसी की मांग को कभी स्वीकार नहीं करेगी, की आलोचना करते हुये कहा है कि मंत्री जी का यह बयान साबित करता है कि कांग्रेस की सरकार भ्रष्टाचार के दोषियों की सही जांच न करके मामले पर केवल लीपापोती करना चाहती है।
पलटवार करते हुये श्री जैन ने कहा कि वास्तव में इस मामले की सही जांच संसद की संयुक्त समिति ही कर सकती है। पीएसी भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की जांच नहीं कर सकती है। संयुक्त संसदीय समिति में कांग्रेस सहित सभी दलों के सदस्य होंगे, जो कोई भी संबंधित फाइल मांग सकते हैं। इसकी रिपोर्ट संसद में पेश होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि मन्त्री जी जानबूझ कर इस मामले में लोगों को गुमराह कर रहे है। उन्होंने कहा कि मन्त्री का यह कहना कि विपक्ष इस मुद्दे पर संसद में अविश्वास प्रस्ताव ला सकता है, एक ‘बेहूदाÓ बयान है क्योंकि भ्रष्टाचार के दोषियों का दोष तथा सजा, संसद में मतदान से तय नहीं होती।
... जैन ने सवाल किया कि इतने बड़े घोटाले में प्रधानमंत्री, जनता व संसद के समक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट क्यों नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा न्यायिक इतिहास में यह पहला मौका है, जब सुप्रीम कोर्ट को प्रधानमंत्री कार्यालय को निर्देश देना पड़ा कि वह हल्फिया बयान दे। ... उन्होंने कहा यदि प्रधानमंत्री को इस मामले में जानकारी थी, तो वह चुप्पी साधे क्यों बैठे रहे और अगर उन्हें यह जानकारी नहीं थी, तो यह और भी ज्यादा गंभीर मामला है। ...