जागरण याहू (Jagran.Yahoo.com)
Nov 06, शिमला। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ-साथ इस बात पर अटकलें और चर्चा तेज होने लगी है कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा। ऐसा लगता है कि भाजपा इसके लिए उत्तराखंड की नीति अपनाते हुए शीर्ष पद के लिए किसी का भी नाम पहले पेश नहीं करेगी।
... हिमाचल प्रदेश के मामलों के भाजपा प्रभारी सत्यपाल जैन ने बताया कि सही समय आने पर पार्टी का संसदीय बोर्ड इस पर निर्णय लेगा। कुमार और धूमल को प्रदेश में पार्टी का बड़ा नेता बताते हुए जैन ने कहा कि दोनों में से एक मुख्यमंत्री होंगे तथा दूसरे को राष्ट्रीय दायित्व के लिए दिल्ली बुलाया जाएगा। जैन ने कहा कि प्रदेश में पार्टी में नेतृत्व का कोई बड़ा मुद्दा नहीं है।
जैन ने कहा कि न तो कुमार और न ही धूमल इस मामले पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। दोनों नेताओं ने कहा है कि पार्टी का जो भी निर्णय होगा वह उसे मानेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों नेता भाजपा को सत्ता में लाने के लिए एक साथ काम कर रहे हैं तथा प्रचार अभियान भी चला रहे हैं। भाजपा के वर्तमान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शांता कुमार 1977 तथा 1990 में प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभाल चुके हैं जबकि हमीरपुर लोकसभा सीट से पार्टी सांसद धूमल 1998 तथा 2003 में इस पद पर थे। प्रदेश के भगवा बिग्रेड में दोनों नेताओं के समर्थक बड़ी संख्या में हैं।